CRP Test in Hindi सीआरपी टेस्ट इन हिंदी | CRP Full Form in Hindi

सीआरपी टेस्ट क्या होता है? CRP Test Kya Hai | CRP Meaning in Hindi

CRP Meaning in Hindi सीआरपी टेस्ट हमारे शरीर के अंदर सी रिएक्टिव प्रोटीन की मात्रा को बताता है। सीआरपी एक तरह का प्रोटीन होता है जिसे लीवर बनाता है। हमारे शरीर में किसी तरह के बीमारी या किसी तरह के इन्फेक्शन या इंफ्लेमेशन होने पर इसकी मात्रा बढ़ जाती है। CRP Test in Hindi सीआरपी टेस्ट में इसी की जांच की जाती है की इसकी मात्रा कितनी है, इस टेस्ट में इसके बढ़ने या घटना का जांच किया जाता है।

CRP Test in Hindi | सीआरपी टेस्ट कैसे होता है?

CRP Test in Hindi

Image Source:- Netmeds

CRP Test in Hindi सीआरपी टेस्ट किसी भी अन्य टेस्ट के तरह ही होता है। इसके लिए आपको उपवास की आवश्यकता नही होती। सबसे पहले लैब असिस्टेंट आपके शरीर से ब्लड का सैंपल लेता है। इसके बाद ब्लड सैंपल को जांच के लिए लैब में भेज दिया जाता है। लैब में इसकी जांच की जाती है और अंत में रिपोर्ट तैयार किया जाता है। अमूमन इसकी जांच में मैक्सिमम 24 घंटे का समय लगता है। हालाकि अब कई लैब इसका रिपोर्ट आपको कुछ घंटो में भी उपलब्ध करा देती है।

सीआरपी टेस्ट कब और किसे कराना चाहिए?

CRP Test in Hindi सीआरपी टेस्ट हमेशा डॉक्टर की देखरेख में ही कराना चाहिए। आपका डॉक्टर आपकी समस्या को देख कर आपको यह टेस्ट रिकमेंड करेगा। अगर आपको किसी तरह का इन्फेक्शन या फिर सूजन की शिकायत हो तो डॉक्टर आपको इस टेस्ट के लिए रेफर कर सकता है। इसके साथ कई अन्य बीमारियो में भी इस टेस्ट को कराया जाता है। यह पूरी तरह से डॉक्टर के ऊपर डिपेंड करना है की वह आपको डायग्नोस करने के दौरान इस टेस्ट को रिकोमेंड करता है या नही। यह एक सामान्य टेस्ट की तरह ही होता है और इसे मेडिकल लैब में काफी आसानी से किया जा सकता है। CBC Test in Hindi के बारे में भी पढ़े|

सीआरपी टेस्ट (CRP Test Hindi) से क्या पता चलता है?

शरीर में किसी तरह के इन्फेक्शन या सूजन होने पर यह टेस्ट किया जाता है। इसके साथ सूजन न होने पर भी इस टेस्ट को निम्नलिखित बीमारियो की आशंका में किया जाता है ताकी इसका पता चल सके। ये बीमारियां है:

  • एलर्जी
  • कैंसर
  • डायबिटीज
  • निमोनिया
  • ब्रोंचाइटस
  • वायरल इन्फेक्शन
  • हार्ट से जुड़े समस्याएं
  • अस्थमा
  • बैक्टिरियल इन्फेक्शन
  • हाइपरटेंशन इत्यादि

इसके अलावा कई अन्य तरह के बीमारियो और समस्याओं में भी इस टेस्ट को कराया जाता है। डॉक्टर अपने डिग्नोसिस के आधार पर इसको कराने के लिए कहता है। हाल के वर्षो में इसका उपयोग कोविड 19 के उपचार के दौरान भी कराया जा रहा है। कोविड के बढ़ते केसेस के बीच डॉक्टर इस टेस्ट के जरिए मरीजों के इलाज में इसका प्रयोग कर रहे है।

सीआरपी टेस्ट नॉर्मल रेंज | CRP Test in Hindi

CRP Test in Hindi, सीआरपी टेस्ट का माप मिलीग्राम पर लीटर और मिलीग्राम पर डेसिलीटर में होता है। किसी भी अस्वस्थ व्यक्ति के अंदर इसका माप या तो अधिक होता है या कम। सामान्य तौर पर किसी भी स्वस्थ्य व्यक्ति के अंदर इसका रेंज 3 mg/L से लेकर 10 mg/L के बीच में होता है। इस रेंज में सीआरपी रहने पर इसे नॉर्मल माना जाता है। इससे अधिक सीआरपी होने पर व्यक्ति के अंदर किसी न किसी प्रकार का रोग का लक्षण होता है। 3 mg/L से लेकर 10 mg/L सीआरपी नॉर्मल या माइनर इन्फ्लेमेशन को दिखाता है।

इसी तरह 10 से 100 mg/L से मॉडरेट इन्फ्लेमेशन का पता चलता है तो वही 100 से 500 mg/L हाई इन्फ्लेमेशन को दिखाता है। इससे अधिक यानी 500mg/L होने पर व्यक्ति के अंदर बड़ी बीमारी का संकेत होता है। इस स्तिथि में मरीज की हालत गंभीर हो जाती है। सही समय पर टेस्ट कराके इन समस्याओं से बचा जा सकता है। 

कोविड 19 के जांच में इसका रेंज बिलकुल अलग होता है। 20 से 25 mg/L मात्र सीआरपी बढ़ जाने पर मरीज की हालत गंभीर हो सकती है। मरीज को तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट करना पर सकता है।

सामान्य व्यक्ति में सीआरपी का लेवल 6mg/L से कम ही रहना चाहिए। इसे अधिक यानी 10 mg/l से ऊपर होने पर मेडिकल असिस्टेंट की आवश्यकता पर सकती है और डॉक्टर की देखरेख में ही आगे का इलाज कराना चाहिए।

Leave a Comment